एक पत्र छात्रों के नाम- An Emotional letter for Students
- Medha Bajpai
- Jul 1, 2020
- 1 min read

ज्ञान के विस्फोट के युग और ऑनलाइन दुनिया में शिक्षक और छात्र की
भूमिका पहले से अलग हो गई है।
आज हम शिक्षकों को ज्यादा जागरूक और सतर्क की आवश्यकता है
क्योकि हमें हर पल अपने छात्रों को यह अहसास दिलाना है की यदि जीवन की
परिस्थितियां उनके नियंत्रण से बाहर हैं तो भी एक मजबूत हाथ उनको थामें
रखने के लिए तैयार हैं।
मुझे पता है की स्कूल और शिक्षक छात्रों के जीवन पर इतना ज्यादा
हावी होता है की उन्हें सही परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए शिक्षको को ज्यादा व्यापक
होता है।
हम शिक्षकों को किशोरावस्था के वयः पर खड़े छात्रों को ज्यादा
विकल्प देने होंगे। उनके साथ ज्यादा मजबूती से खड़े रहना होगा और भरोसा
दिलाना होगा की कोई तो है जो उनकों हर हाल में थामे रखेगा।
प्रिय बच्चों सपनों की कोई कीमत नहीं होती वे बेशकीमती होतें हैं और
सफलता का कोई तयशुदा पैमाना नहीं होता।
जो कार्य तुम्हे आनंदित करे जो रोमांचित करे वही सफलता है और
इसके आकलन के लिए तुम्हे स्वयं के प्रति ईमानदार रहना है, बस अपनी ख़ुशी
और संतुष्टि से समझौता मत करना।
यही पर शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण है की ख़ुशी और संतुष्टि के क्या
मायने है यह बताये।
छात्रों को यह भी बताना है की पृथ्वी पर उनके आने का उद्देश्य किसी
को संतुष्ट करना नहीं है, यह इस प्रक्रिया में अगर कोई तुमसे दूर होता है तो यह
उसकी गलती है।
बच्चों हमारे निर्णय हमारे जीवन की दिशा में कुछ नया तो डालते ही है
इसलिए बस यह सुनिश्चित होना चाहिये की आप एक जिम्मेदार दृष्टिकोण
बनाये रखें। शिक्षक के तौर पर हमें यही दृष्टिकोण बताना होगा
एक बार हारना इतना बुरा भी नहीं होता अगर हम उसके सही सीख
लें।
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